फिर लिखना शुरू कर किया..."लघुकथा; स्वरूप,दशा और दिशा ! फिर लिखना शुरू कर किया..."लघुकथा; स्वरूप,दशा और दिशा !
नयी टेक्नोलोजी नयी टेक्नोलोजी
उसके दिल की ख़ामोशियाँ समझ पा रही थी। जिसे तोड़ना आसान नहीं होगा। उसके दिल की ख़ामोशियाँ समझ पा रही थी। जिसे तोड़ना आसान नहीं होगा।
करीब आधे घंटे सोचने के बाद ये कहते नीचे उतर गया जिंदगी खेल नहीं। करीब आधे घंटे सोचने के बाद ये कहते नीचे उतर गया जिंदगी खेल नहीं।
लेखक: निकलाय नोसव अनुवाद: आ. चारुमति रामदास लेखक: निकलाय नोसव अनुवाद: आ. चारुमति रामदास
लेकिन आगे जंगल में प्रवेश करने के बाद क्या होगा यह तो उनकी समझ से बाहर था लेकिन आगे जंगल में प्रवेश करने के बाद क्या होगा यह तो उनकी समझ से बाहर था